अजब गजब: गधों की हुई बल्ले-बल्ले, मालाएं पहनाकर और मिठाई खिलाकर किया सम्मान,
- बारिश होने के लिए किया टोना-टोटका
- पूजा के दो दिन बाद हुई बारिश
- लोग कर रहे गधों की वाहवाही
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इस बार भारत में मानसून के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं। जहां कहीं भारी बारिश देखने को मिल रही है वहीं कई जगह लोगों को सूखे की मार झेलने पर मजबूर हो रहे हैं। जिन स्थानों में इंद्रदेवता नाराज चल रहे हैं। वहां लोग भगवान से बारिश होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इस बीच मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। हालांकि ये मामला पिछले महीने यानी अगस्त का है।
दरअसल मंदसौर जिले के कई इलाकों में इस बार औसत से भी कम बारिश हुई है। इसलिए यहां पर लोग गुस्साए इंद्रदेव को मनाने के लिए अलग-अलग तरह से पूजा रहे हैं। इस क्रम में शहर के एक पार्षद प्रतिनिधी ने तो एक ऐसा अनोखा प्रयोग किया है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। शैलेंद्र गिरी नाम के इस पार्षद प्रतिनिधी ने 17 अगस्त की रात शमशान घाट में जाकर काल भैरव के सामने तांत्रिक क्रिया की। साथ ही उन्होंने गधे की सवारी भी की और भगवान से मंदसौर जिले में अच्छी बारिश होने की प्रार्थना की।
हैरानी वाली बात यह है कि उनकी इस पूजा के ठीक दो दिन बाद यानी 19 अगस्त को मंदसौर में बारिश भी हुई। जिसके बाद बारिश होने से खुश पार्षद प्रतिनिधी ने श्मशान घाट में तांत्रिक क्रिया के दौरान मौजूद रहे गधों को फिर से ढूंढा। गधों के मिलने के बाद प्रतिनिधी ने उनको हार-माला पहनाकर उनका सम्मान किया। इसके अलावा उसने गधों को सवा किलो गुलाब जामुन का भोग भी लगाया।
गधों के साथ उनके मालिकों का भी हुआ सम्मान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्षद प्रतिनिधी शैलेंद्र गिरी गोस्वामी का कहना है कि इंद्रदेव की नाराजगी खत्म करने के लिए हमने अपने पूर्वजों के परंपरागत तरीके का पालन किया और शमशान में गधों को ले जाकर पूजा पाठ किया। जिसके फलस्वरूप पूरे जिले में अच्छी बारिश हुई। वहीं मंदसौर शहर समेत पूरे अंचल में हुई शानदार बारिश होने से खुश लोगों ने पूजा में शामिल गधों और उनके मालिकों का सम्मान किया।